उत्तरी, पूर्वी, दक्षिणी और पूर्वोत्तर क्षेत्र के लिए राज्य विशिष्ट संसाधन पर्याप्तता अध्ययन करना और दीर्घकालिक डिस्कॉम संसाधन पर्याप्तता योजना (एलटी-डीआरएपी) की तैयारी में क्षेत्र के राज्यों का सहयोग करना।
बिजली प्रणालियों के आपूर्ति-पक्ष प्रबंधन के लिए विश्वसनीयता विश्लेषण अध्ययन और बिजली परिदृश्य में सुधार के लिए सभी हितधारकों को उपायों की सिफारिश करना।
उत्तरी, पूर्वी, दक्षिणी और पूर्वोत्तर क्षेत्र की डिस्कॉम/यूटिलिटीज की एलटी-डीआरएपी योजना की समय-समय पर जांच करना।
राज्यों को सहायता
स्वदेशी संसाधनों की उपलब्धता, आयातित ईंधन की लागत और पर्यावरणीय प्रभावों को ध्यान में रखते हुए, विद्युत ऊर्जा के किफायती उत्पादन के लिए संसाधनों के इष्टतम मिश्रण की योजना बनाने में उत्तरी, पूर्वी, दक्षिणी और पूर्वोत्तर क्षेत्र के राज्य/डिस्कॉम को सहायता प्रदान करना।
सीजीएस पावर का आवंटन
एमओयू मार्ग के तहत सेंट्रल जनरेटिंग स्टेशन से बिजली का आवंटन।
विविध
उद्घाटन सत्रों, सेमिनारों, कार्यशालाओं और सम्मेलनों के लिए प्रस्तुति/भाषण की तैयारी।
विद्युत क्षेत्र में विभिन्न समितियों, परिषदों आदि से जुड़ाव।
संसद के प्रश्नों, वीआईपी और एमओपी, ऊर्जा, बिजली उपयोगिताओं आदि पर स्थायी समिति के संदर्भों के लिए सामग्री/उत्तर तैयार करना।